Aparna Sharma

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -01-Aug-2023

दैनिक प्रतियोगिता 

स्वैच्छिक लेख 

*ईश्वर में विश्वास*

सबसे पहले तो ईश्वर में विश्वास को समझते हैं! 
ईश्वर में विश्वास क्या है??
*पहले इस्तेमाल करें फिर विश्वास करें*??
नहीं 
ईश्वर में विश्वास है - *पहले पूर्ण विश्वास करें फिर कुछ भी नामुमकिन नहीं!*
ईश्वर साक्षात प्रेम है। 
अत्यंत कल्याण कारी 
वो परम पिता हैं। अपने हर बच्चे का सिर्फ भला ही सोचते हैं!  
हम जो भी सुख दुःख भोगते हैं वो हमारे अपने कर्म हैं। प्रारब्ध हैं। 
इस जन्म में अगर हम ईश्वर पर पूर्ण विश्वास रखते हुए काल कष्ट को सहन करते हुए दूसरों के साथ अभद्र भाषा व्यवहार न कर यह कबूल करते हुए कि ये मेरे ही किसी कर्म का फल है दर्द को सहकर भी ईश्वर को धन्यवाद देते हैं ईश्वर कयी बार उनके भाग्य के लिखे को भी बदल देता है। 
ईश्वर पर विश्वास हो तो बड़े बड़े चमत्कार हुआ करते हैं! 
असंभव भी संभव हो जाता है , इसमें तनिक भी संशय नहीं है। 
अक्सर जब तक इंसान सफलता की सीढ़ियां चढ़ता जाता है ईश्वर को याद नहीं करता है। आत्म अहंकार में भरा हुआ रहता है! जिस दिन ठोकर लगती है, अहंकार चूर चूर हो जाता है। तब उसे ईश्वर की याद आती है। 
यदि वो ईश्वर का हाथ पकड़ उन्हें पूर्ण समर्पण कर देता है तो उसकी काया पलट हो जाती है। 
ईश्वर पर विश्वास उस अंकुर के समान है जो धरती का सीना चीर कर निकलता है! 
पत्थर में भी फूल खिला देता है।🪻🥀🌷पतझड़ में भी सावन ला देता है।🌱 🍂🍃🍁🌧️⛅🌤️🦚

अपर्णा गौरी शर्मा 🌿

   19
2 Comments

Mohammed urooj khan

18-Oct-2023 02:50 PM

👌👌👌👌

Reply

Abhinav ji

02-Aug-2023 06:17 AM

Very nice

Reply